tag:blogger.com,1999:blog-4323557767491605220.post4388161186138312518..comments2024-03-28T13:01:33.068+05:30Comments on समय के साये में: सक्रियता और उसके लक्ष्यAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/06584814007064648359noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4323557767491605220.post-69560566135608563982010-11-15T17:28:57.977+05:302010-11-15T17:28:57.977+05:30मानव श्रिखंला पर लिखा अच्छा लेख,थोड़ा ध्यान से पड़...मानव श्रिखंला पर लिखा अच्छा लेख,थोड़ा ध्यान से पड़्ने की आवश्यकता थी ।Vinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4323557767491605220.post-56312409007272771972010-11-14T07:48:03.772+05:302010-11-14T07:48:03.772+05:30आवेगी व्यवहार और मानव सुलभ सक्रियता का अंतर बहुत स...आवेगी व्यवहार और मानव सुलभ सक्रियता का अंतर बहुत सही तरीके से स्पष्ट कर दिया गया है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4323557767491605220.post-91143799093169270852010-11-13T18:45:14.323+05:302010-11-13T18:45:14.323+05:30आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद..केवल एक दिक्कत आ र...आपका बहुत बहुत आभार और धन्यवाद..केवल एक दिक्कत आ रही है तकनीकी शब्दों के साथ अंग्रेजी के समानार्थी भी होते तो ठीक रहता ..लेखमाला की भाषा थोड़ी क्लिष्ठ सी हो रही है ..विनम्र निवेदन है शेष आप मालिक हैंश्याम जुनेजा https://www.blogger.com/profile/11410693251523370597noreply@blogger.com