रविवार, 4 सितंबर 2016

प्रकृति और समाज-श्रॄंखला समाप्ति-पीडीएफ़ पुस्तिका

हे मानवश्रेष्ठों,

प्रकृति और समाज’ पर चल रही श्रृंखला अब समाप्त होती है। कुछ ही समय में फिर किसी नयी श्रॄंखला की यहां पर शुरुआत की जाएगी। कोई सार्थक सामग्री प्रस्तुत की जाएगी।



प्रकृति और समाज - श्रॄंखला समाप्ति - पीडीएफ़ पुस्तिका

जैसा कि यहां की परंपरा है, ‘प्रकृति और समाज’ पर प्रस्तुत सामग्री को पीडीएफ़ पुस्तिका के रूप में उपलब्ध करा दिया गया है। नीचे प्रस्तुत लिंक से इसे डाउनलोड किया जा सकता है। इसे साइड बार में भी डाल दिया गया है, जहां ये बाद में भी उपलब्ध रहेगा ही।

प्रकृति और समाज - हिंदी - डाउनलोडेबल पीडीएफ़
nature and society - in hindi - free downloadable pdf - size 313kb - 28page



इस बार इतना ही।
जाहिर है, एक वस्तुपरक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गुजरना हमारे लिए संभावनाओं के कई द्वार खोल सकता है, हमें एक बेहतर मनुष्य बनाने में हमारी मदद कर सकता है।
शुक्रिया।
समय अविराम

8 टिप्पणियां:

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

एक महत्वपूर्ण दस्तावेज. डाउनलोड किया है! सुरक्षित है!! आभार प्रकट करता हूँ आपके इस कृतित्व के लिये और भविष्य में नयी श्रृंखला की आशा में!!

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

एक महत्वपूर्ण दस्तावेज. डाउनलोड किया है! सुरक्षित है!! आभार प्रकट करता हूँ आपके इस कृतित्व के लिये और भविष्य में नयी श्रृंखला की आशा में!!

Unknown ने कहा…

इस श्रृंखला के लिये बहुत बहुत धन्यवाद | आपकी अगली श्रृंखला का इन्तेजार रहेगा |
-khayalrakhe.com

HindIndia ने कहा…

बहुत ही उम्दा ..... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)

HindIndia ने कहा…

बहुत ही उम्दा .... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)

कविता रावत ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति ......

UX Design Studio ने कहा…

Hey keep posting such good and meaningful articles.

GST Impact Analysis ने कहा…

Hi, Really great effort. Everyone must read this article. Thanks for sharing.

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